जेल में बन्द हैं ग्राम प्रधान!..और सवा लाख रुपये का सचिव ने किया घोटाला,अब मामले की लीपापोती में जुटा सचिव
- alpayuexpress
- 14 hours ago
- 2 min read
जेल में बन्द हैं ग्राम प्रधान!..और सवा लाख रुपये का सचिव ने किया घोटाला,अब मामले की लीपापोती में जुटा सचिव

अमित उपाध्याय पत्रकार यूपी हेड
जून शनिवार 7-6-2025
गाजीपुर:- खबर गाज़ीपुर ज़िले से है जहां पर जेल में बन्द हैं प्रधान और बाहर उनके डिजिटल हस्ताक्षर से निकाल लिए गए सवा लाख रुपये मामले में अब नया मोड़ सामने आया है। सूत्रों की मानें तो जेल में बंद ग्राम प्रधान से मिलने सचिव अपने साथियों के साथ पहुंचकर मामला को रफा दफा करने में जुटे हुए हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि सचिव द्वारा कई लोगों से सिफारिश भी कराई जा रही है। जिला पंचायत राज अधिकारी नीलेंद्र सिंह ने आरोपी ग्राम पंचायत अधिकारी प्रफुल्ल कुमार से दो जून तक स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया था लेकिन मामले में अभी तक क्या हुआ इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है। दरअसल देवकली ब्लॉक के लोनेपुर ग्राम सभा के ग्राम प्रधान दिग्विजय यादव की अनुपस्थिति में कथित रूप से उनके डिजिटल सिग्नेचर (डोंगल) का दुरुपयोग कर कुल 1 लाख 26 हजार 975 रूपए निकालने आरोप लगा था। इस गंभीर आरोप की जाँच का आदेश जिला पंचायत राज अधिकारी निलेन्द्र सिंह ने दे दिया था। डीपीआरओ कार्यालय से जारी पत्र के अनुसार सचिव प्रफुल्ल कुमार पर आरोप है कि उन्होंने बीते 10 मार्च को, जब प्रधान हिरासत में थे, तब उनके घर के लोगों को धोखे में डालकर डिजिटल हस्ताक्षर एवं डोंगल का इस्तेमाल कर विकास कार्यों के नाम पर लाखों की धनराशि विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर दी थी। वहीं इस संबंध में ग्राम पंचायत अधिकारी प्रफुल्ल कुमार भी दावा करते हुए कहा कि ग्राम प्रधान द्वारा जगह - जगह लगाने के लिए ह्यूम पाईप गिरवाये गए थे। उसी का भुगतान किया गया है। चंदौली जिले में एक घटना घटी तो उनका नाम आया। अलीनगर थाना में ग्राम प्रधान के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुआ था। लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई थी। 10 मार्च को ही भुगतान हो गया था। दोनों लोगों के डोंगल लगने के दो दिन बाद भुगतान हुआ था। बता दें कि ग्राम पंचायत अधिकारी प्रफुल्ल कुमार को आगामी 2 जून को समस्त मूल अभिलेखों के साथ जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने का आदेश दिया गया था। लेकिन अभी तक क्या कार्रवाई हुई इस पर निगाहें लोगों की टिकी हुई है। क्या कार्रवाई होगी या मामले में लीपापोती कर मामला को दबा दिया जाएगा यह सवाल तो हर किसी के जेहन में कौंध रहा है।
इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी नीलेंद्र सिंह के फोन पर कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नहीं लग रहा है।
Comments