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तांत्रिक को महंगी पड़ी 30 साल की महिला से आशिकी, महिला के पति ने बाबा की सिर कुचलकर की हत्या

तांत्रिक को महंगी पड़ी 30 साल की महिला से आशिकी, महिला के पति ने बाबा की सिर कुचलकर की हत्या


नवम्बर रविवार 15-11-2020


किरण नाई ,वरिष्ठ पत्रकार -अल्पायु एक्सप्रेस



भोपाल। तंत्र-मंत्र और जड़ी बूटियों से लोगों का इलाज करने वाले 80 वर्षीय शख्स को 30 साल की महिला से प्यार की कीमत जान देकर चुकानी पड़ी। महिला के पति ने बाबा को सिर कुचलकर मार डाला था। हत्या को हादसा दर्शाने के लिए लाश को रेल पटरी किनारे फेंक दिया था। पुलिस को बुजुर्ग की मौत किसी ट्रेन से टकराने से होने प्रतीत है। रेलवे पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर दिया।

हबीबगंज जीआरपी थाना प्रभारी बीएल सेन ने बताया कि पांच सितंबर को बरखेड़ा रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पर रेल पटरी किनारे एक 80 साल के बुजुर्ग का शव बरामद हुआ था। मृतक की पहचान कैरी चौका बरखेड़ा निवासी छेदालाल के रूप में हुई थी। पहले प्रतीत हुआ कि संभवत: उसकी मौत किसी ट्रेन से टकराने से हुई है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसे सिर पर पत्थर पटककर हत्या की गई।


जांच में पता चला कि छेदालाल ने पहली पत्नी की मौत होने पर दूसरी शादी की थी। कुछ समय बाद दूसरी पत्नी की भी मौत हो गई थी। उसके दोनों पत्नियों से एक-एक बच्चा है। जड़ी-बूटियों से इलाज में माहिर होने के कारण छेदालाल ने परिवार से अलग रहकर बरखेड़ा के पुराने लोको शेड के खंडहर में झुग्गी बनाकर रहने लगा था। उपचार का असर होने पर कई लोग उसके पास अपने मर्ज का इलाज कराने आने लगे थे।


सात माह पहले पथरौटा, होशंगाबाद निवासी धनराज चौधरी(35) अपनी 30 साल की पत्नी और दो बच्चों के साथ आकर छेदालाल के पड़ोस में रहने लगा था। इसके बाद धनराज छेदालाल को अपने घर बना खाना देने लगा था। धनराज सुबह मजदूरी करने चला जाता था। इस दौरान छेदालाल ने उसकी पत्नी को अपने प्रेम जाल में फंसाना शुरू कर दिया।


रंगीन मिजाज छेदालाल ने धनराज की पत्नी को डराना शुरू कर दिया। वह धमकी देता था कि वह उसके साथ संबंध नहीं बनाएगी तो उसके पति और बच्चों को तंत्र विद्या से मार डालेगा। भयभीत होकर उसने छेदालाल के आगे समर्पण कर दिया। इसके बाद धनराज के काम पर जाते ही छेदालाल महिला को घर बुला लेता था। एक-दो बार धनराज ने भी पत्नी को बाबा के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। इसके बाद भी उसने उम्र का लिहाज करते हुए बाबा को इस तरह की हरकत नहीं करने की समझा दिया था।


चार सितंबर की शाम करीब सात बजे छेदालाल धनराज की पत्नी को जबरन हाथ पकड़कर स्टेशन की तरफ ले जाने लगा। इस दौरान महिला ने शोर मचाते हुए अपने बच्चों को आवाज लगाई। पत्नी की आवाज सुनकर धनराज मौके पर पहुंचा और छेदालाल से पत्नी का हाथ छुड़ाकर अलग किया। वह घर की तरफ चली गई। इधर विवाद होने पर धनराज ने छेदालाल को लात मार दी। इससे वह गड्ढे में गिर गया। इसके बाद धनराज ने छेदालाल का सिर भारी पत्थर से कुचल दिया। अंधेरा होने पर धनराज ने छेदालाल की लाश गड्ढे से निकालकर रेल पटरी किनारे पटक दी और घर आ गया।

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