अगस्त गुरुवार 13-8-2020
किरण नाई ,वरिष्ठ पत्रकार -अल्पायु एक्सप्रेस
परिवार का आरोप अपहरण कर, हुयी है पत्रकार की हत्या
वाराणसी। रिपब्लिक भारत चैनल का संवाददाता रोहित श्रीवास्तव जो की रक्षाबंधन के अगले दिन से गायब हो गया था। परिवार द्वारा सिगरा थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी गई। पुलिस के ढीलेपन कहे या कार्यकुशलता की तारीफ करें। लगातार साक्ष्य मिलते रहे फिर पुलिस रही मौन, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रोहित श्रीवास्तव के फेसबुक आईडी पर रोहित श्रीवास्तव के फोटो अपलोड की जाती थी,जो कि लेडीज फ्रॉक व सुट में था। भला कोई पत्रकार लेडीज फ्रॉक सूट में खड़ा होकर फोटो खिंचाने के बाद क्यो अपने पर्सनल आईडी पर अपलोड करेगा। फिर भी पुलिस आरोपी के चंगुल से पत्रकार रोहित श्रीवास्तव को छोड़ाने में नाकाम रही। लगातार परिवार द्वारा अपहरण की साजिश बताई जा रही थी।
नम आंखों से रो पड़े पिता
पत्रकार के निधन की सूचना मिलने के बाद जिस पत्रकार के कानों में यह बात जाति वो भागे भागे ट्रामा सेंटर पर पहुंचता। वही ट्रामा सेंटर पर रोहित श्रीवास्तव के पिता से मुलाकात होने पर अपने आंखों में आंसू लिए खड़े रहे। और पत्रकार साथी से केवल एक ही सवाल पूछते की इसके पहले आप कहां थे। यदि आप लोग जल्दी करते तो आज रोहित हम लोगों के बीच में मौजूद रहता।लगातार मेरे द्वारा अपहरण करने की साजिश पुलिस को दी जाती थी उसके बाद भी पुलिस मौन रही।
रोहित श्रीवास्तव के पर्सनल फेसबुक अकाउंट से अपलोड होती रहे फोटो
वही रोहित श्रीवास्तव के पर्सनल फेसबुक अकाउंट से लगातार फोटो अपलोड होते रहे उसके बाद भी पुलिस साइबर क्राइम की सहायता नहीं ले सकी।
आज दोपहर अचेतावस्था में मिले रोहित श्रीवास्तव
सूत्रों के अनुसार गुरुवार दोपहर को सामने घाट पुल से रोहित श्रीवास्तव कि कूदने की सूचना मिली। आनन फानन परिवारों व मित्र मौके पर पहुंचे जहां रोहित के सर पर गंभीर चोटें लगी थी। वही नजदीकी ट्रामा सेंटर में एडमिट कराया गया जहाँ लगभग दो घंटे इलाज के दौरान मौत हो गई। अब परिवार वालो को पीएम रिपोर्ट रिपोर्ट पर टिकी निगाहे।
留言