![](https://static.wixstatic.com/media/974b95_aee4d95484a64e999a318c6559d57014~mv2.jpg/v1/fill/w_115,h_77,al_c,q_80,usm_0.66_1.00_0.01,blur_2,enc_auto/974b95_aee4d95484a64e999a318c6559d57014~mv2.jpg)
अगस्त गुरुवार 13-8-2020
किरण नाई ,वरिष्ठ पत्रकार -अल्पायु एक्सप्रेस
मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते 23 साल के एक दिव्यांग युवक का भविष्य खराब हो गया। दोनों पैरों से दिव्यांग जॉर्ज उर्फ जॉनी को आईटीआई में एडमिशन नहीं मिल पाया। जॉनी ने अपनी मेहनत और लगन से हाई स्कूल और इंटर की परीक्षा पास की। वो अपनी अपंगता को पीछे छोड़ आत्मनिर्भर बनना चाहता है, इसलिए उसने आईटीआई से कोर्स कर डिग्री हासिल करना चाहा। मगर एडमिशन के लिए जॉनी को दिव्यांग सर्टिफिकेट की जरुरत थी। जॉनी ने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग में आवेदन किया था। मगर स्वास्थ्य विभाग ने जॉनी को जो सर्टिफिकेट बनाकर दिया है, उसमें जॉनी को पागल घोषित कर दिया गया है। सर्टिफिकेट में पागल जिक्र होने से जॉनी को आईटीआई में एडमिशन नहीं मिल पाया। मामला सामने आने पर अब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच कराकर सही सर्टिफिकेट बनवा कर देने की बात कह रहे हैं। साथ ही गलती करने वाले स्टाफ पर भी कार्रवाई की बात कही जा रही है। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में रहने वाले जॉर्ज उर्फ जॉनी के दोनों पैर पैदाइशी तौर पर खराब हैं। जॉनी ने दिव्यांग होने के बावजूद इंटर की परीक्षा पास कर अपने माता-पिता का सहारा बनने का सपना देखा था। दिव्यांग कोटे से रेलवे में निकलने वाली नौकरी करने के लिए जरूरी इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के लिए उसने इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए आवेदन किया था। इंजीनियरिंग कॉलेज ने जॉनी से उसका दिव्यांग सर्टिफिकेट मांगा। जॉनी ने मुरादाबाद के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय में दिव्यांग सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया था। मगर स्वास्थ्य विभाग ने जॉनी को दोनों पैरों से दिव्यांगता का सर्टिफिकेट देने के बजाय उसे पागल होने का सर्टिफिकेट जारी कर दिया। स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही से जॉनी को इंजीनियरिंग कॉलेज ने एडमिशन देने से इनकार कर दिया। लापरवाही भरा यह मामला मीडिया में आया तो मुरादाबाद के सीएमओ एमसी गर्ग ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने जॉनी को बुलवाया है, उसका दूसरा सर्टिफिकेट बनवाकर दिया जाएगा। उन्होंने गलत सर्टिफिकेट बनाने वाले कर्मचारी पर जांच के बाद विभागीय कार्रवाई की भी बात कही है।