
अगस्त सोमवार 17-8-2020
किरण नाई ,वरिष्ठ पत्रकार -अल्पायु एक्सप्रेस
वाराणसी। काशी में गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव जारी है। जल बढ़ाव के कारण घाटों का आपस में संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। गंगा के कारण वरुणा और अन्य नदियों में पलट प्रवाह से तटवर्ती इलाकों में भी खलबली मच गई है। वाराणसी के सबसे प्रमुख घाट दशाश्वमेध पर स्थित शीतला माता मंदिर की दीवारों तक पानी पहुंच गया है। गंगा का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं बीते शुक्रवार को गंगा आरती का स्थान पानी बढ़ने के कारण बदला जा चुका है।
बता दें कि बनारस में रविवार की सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 64.01 मीटर था। यह खतरे के निशान से 6.52 मीटर नीचे हैं। लेकिन इसमें तेजी से बढ़ाव हो रहा है। वाराणसी में चेतावनी बिंदु 70.262 और खतरे का निशान 71.26 मीटर पर है। यहां 73.901 मीटर तक रिकार्ड बन चुका है। पिछले साल भी गंगा ने जबरदस्त कहर बरपाया था।
बढ़ते जलस्तर से वाराणसी के तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को अब बाढ़ का खतरा सताने लगा है। गंगा में उफान के चलते वरुणा नदी का पानी भी बढ़ने लगा है। साथ ही बढ़ते पानी से नाविक भी परेशान हैं। लॉकडाउन की मार से नाविक अभी उबर भी नहीं पाए थे कि अब बाढ़ ने नई परेशानी खड़ी कर दी है।
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