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विकास दुबे केस में कबूलनामा : मनु बोली- हां, मेरे सामने हुई थी सीओ की हत्या

विकास दुबे केस में कबूलनामा : मनु बोली- हां, मेरे सामने हुई थी सीओ की हत्या
जुलाई बुधवार 22-7-2020
किरण नाई ,वरिष्ठ पत्रकार -अल्पायु एक्सप्रेस
एनकाउंटर में मारे गए अपराधी विकास दुबे के मामा प्रेमप्रकाश की बहू मनु ने कई अहम खुलासे किए हैं। ऑडियो के जरिए सुर्खियों में रही मनु ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि हां मेरे सामने सीओ देवेन्द्र मिश्र को मौत के घाट उतारा गया था। सोमवार को हिरासत में लेकर पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ की। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसने बताया कि सीओ को मारने में उसके ससुर, प्रभात और अमर दुबे भी शामिल थे। मंगलवार सुबह 5 बजे पुलिस ने उसे बिकरू गांव पहुंचा दिया।
चौबेपुर थाने में उससे पूरी रात पूछताछ की गई। मनु ने पुलिस को घटना का आंखों देखा हाल बयां किया। उसने बताया कि 2 जुलाई की रात विकास दुबे उसके घर पर आया। तब उसके हाथ में पिस्टल थी। वह पति शशिकांत को साथ ले गया। फोन करके ससुर प्रेम प्रकाश को इसकी जानकारी दी। प्रेमप्रकाश सीधे विकास के यहां पहुंचा था। वहां से बात करके वह घर लौटा।
दरवाजा बंद कर लो आज गोलियां चलेंगी
घर पहुंचने पर मनु ने जब प्रेमप्रकाश से बात की तो उसने कहा कि हम लोग जा रहे हैं। तुम दरवाजा बंद कर लेना और किसी के लिए भी मत खोलना। बच्चों को लेकर अंदर कमरे में बंद हो जाना क्योंकि आज यहां गोलियां चलेंगी। उसके थोड़ी देर बाद ही गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई देने लगी।
इसे देनी है सबसे दर्दनाक मौत
पुलिस के मुताबिक मनु ने बताया कि जब सीओ उसके घर में कूदकर आ गए। तब वह कमरे में बंद थी। उसके मुंह से सीओ को देखकर चीख निकली। जिसके बाद छत पर मौजूद प्रेमप्रकाश और अमर दुबे सीढ़ियों से नीचे उतर आए। मनु कमरे में बंद खिड़की से सब देख रही थी। उस दौरान अमर और प्रेमप्रकाश ने कहा था कि इस अधिकारी को सबसे दर्दनाक मौत देनी है। उसके बाद सीओ की हत्या कर दी। मनु के मुताबिक सीओ को मारने के बाद पैर काटा गया था।
पति को बचाने के चक्कर में झूठ बोला
मनु ने कहा कि उसने शशिकांत को बचाने के लिए शुरुआत में झूठ बोला था। उसे मालूम है कि अब उसका पति जेल से कभी नहीं छूटेगा और ससुर मर चुके हैं। बच्चों के लिए वह कुछ भी कर सकती है। उसने कहा कि अब जैसा पुलिस उसे कहेगी वह वैसा ही करेगी ताकि आगे का जीवन शांति से बीत सके।