145वीं जयंती पर श्रद्धापूर्वक याद किए गए बिरसा मुंडा, उनके पदचिह्नों पर चलने की अपील
नवम्बर सोमवार 16-11-2020
मोहम्मद इसरार, पत्रकार (सैदपुर)-अल्पायु एक्सप्रेस
देवकली। भारतीय आदिवासी महासभा के तत्वावधान में रविवार को बिरसा मुण्डा की 145वीं जयन्ती का आयोजन सरवर नगर गांव में किया गया। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार ने कहा कि महान क्रांतिकारी बिरसा मुण्डा झारखंड के रांची स्थित बंबा गांव में 1875 में पैदा हुए थे। कहा कि अंग्रेज व जमींदारों के अलावा सामंती व्यवस्था के अत्याचार से समाज को मुक्त कराने के लिए वो हमेशा संघर्षरत रहे। उन्होंने अपनी फौज के दम पर उनकी नींव हिला दी थी। कहा कि मुसहर जाति के लोग गरीब होने के बावजूद जनजाति मे शामिल नहीं किये गये, जिससे यह समाज आज भी बद से बदतर जीवन जीने को मजबूर है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि वो बिरसा मुण्डा के पदचिन्हों पर चलें। इस मौके पर प्रशांत कुमार, संजीव कुमार, योगेन्द्र प्रसाद, विनोद, दीना, अभिषेक, विवेक, मंजू, चन्द्रकला, प्रमिला, फूलमती, सुमित्रा, केरा, पन्नालाल, मुंशी, लछिराम, शुभम आदि रहे। संचालन शिवकुमार आदिवंशी ने किया।
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