स्वास्थ्य विभाग की लापरवाहि!...बिना एमबीबीएस,एमडी डॉक्टर के चल रहा दिलदारनगर में शास्वत हॉस्पिटल
अजय कुमार सीनियर रिपोर्टर
गाजीपुर। खबर गाजीपुर जिले से है जहां पर दिलदारनगर थाना क्षेत्र के बड़ी नहर रोड दिलदारनगर में शास्वत हॉस्पिटल बेखौफ होकर हॉस्पिटल चला रहा है हालांकि जनपद में आए दिन प्राइवेट अस्पतालों से नए-नए मामले आए दिन देखने और सुनने को मिलते हैं किसी भी कैजुअल्टी के बाद प्राइवेट हॉस्पिटल अपना बोरिया बिस्तर बांधकर भाग खड़े होते हैं लेकिन वहीं विभाग के आला अधिकारियों की मिली भगत से आए दिन लगातार जनपद में नए-नए हॉस्पिटल खुलते नजर आ रहे हैं ऐसे में बात करें अगर मान्यता की तो विभाग में रजिस्ट्रेशन तो है लेकिन ना ही कोई एमबीबीएस एमडी डॉक्टर बैठता है फिर भी बोर्ड पर बड़े-बड़े अक्षरों में एमबीबीएस एमडी समेत कई डॉक्टरों की डिग्रियां लिखी जाती है साथ ही उन्हें आन काल आने का बहाना दिया जाता है या फिर परमानेंटली बैठने की बात करें तो कोई भी प्राइवेट हॉस्पिटल में एमबीबीएस एमडी डॉक्टर नहीं बैठता है और नहीं एमबीबीएस एमडी डॉक्टर के द्वारा किसी का सीजर और ऑपरेशन किया जाता है लगातार स्वास्थ्य विभाग की लापरवाहियां जनपद में देखने को मिलती है की जगह-जगह झोलाछाप अस्पताल और झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से जनपद में आए दिन मरीज को मौत का सामना करना पड़ता है इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ना जाने इन झोलाछाप डॉक्टर और झोलाछाप हॉस्पिटलों पर न जाने क्यों मेहरबान है और इनका संरक्षण दे रखा है जिसके वजह से यह जनपद में आए दिन अपना पैर फैला रहे हैं। दिलदारनगर थाना से महज 2 किलोमीटर दूरी पर ही शास्वत हॉस्पिटल संचालित होता है लेकिन विभाग के अधिकारियों के कान तक जू भी नहीं रेगते कि उनके ऊपर कोई कार्रवाई करें। पुलिस विभाग के अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की जरा से भी नहीं है डर थाने से महज कुछ ही दूरी पर संचालित होता है शास्वत हास्पिटल ना जाने विभाग क्यों है मौन आखिरकार क्यों नहीं होती है ऐसे झोलाछाप हॉस्पिटलों पर कार्रवाई।
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