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समस्त बाढ़ प्रभावित तहसीलों में बाढ़ पूर्व तैयारी के तहत मॉक ड्रिल कार्यक्रम का हुआ आयोजन।

समस्त बाढ़ प्रभावित तहसीलों में बाढ़ पूर्व तैयारी के तहत मॉक ड्रिल कार्यक्रम का हुआ आयोजन।


किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार


गाजीपुर:- खबर गाजीपुर जिले से है जहां पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, भारत सरकार, नई दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लखनऊ के समन्वय से उत्तर प्रदेश राज्य के 41 जनपदों मे बाढ़ आपदा पर राज्य स्तरीय मॉक एक्सरसाइज़ किया गया । इसी क्रम में आज जनपद गाजीपुर के पांच बाढ़ प्रभावित तहसील सदर, सैदपुर,जमानिया ,मुहम्दाबाद, सेवराई, के समस्त बाढ़ प्रभावित तहसीलों में बाढ़ पूर्व तैयारी के तहत मॉक ड्रिल कार्यक्रम का आयोजन 9ः00 बजे से आरंभ कर किया गया।

निर्धारित कार्यक्रम के तहत जेटी कलेक्टरघाट,सदर तहसील में आज दिनांक 20.07.2023 को सुबह समय 8ः58 बजे शासन द्वारा अगले 3 घंटे में बाढ़ आने की जानकारी दिया गया। सुबह 8.59 मिनट पर ई०ओ०सी० द्वारा इन्सीडेन्ट कमाण्डर को घटना की जानकारी दी गयी इन्सीडेन्ट कमाण्डर जिलाधिकारी द्वारा आई०आर०एस० की टीमों की त्वरितगति से कियाशील किया गया। कार्यक्रम स्थल पर वर्तमान तैनात टीम को सुबह 9 बजे एलर्ट करते हुए जलस्तर बढ़ने की सूचना दिया गया.। सुबह 9.30 बजे समस्त टीमें प्रभावित एरिया में एकत्रित होने के उपरान्त घटना स्थल के नजदीक कलेक्टरघाट मंदिर उच्च स्थान में पहुँचकर बचाव कार्य प्रारम्भ किया गया। सुबह 9.30 बजे से सुबह 10.30 बजे तक पी०एस०सी० स्थानीय पुलिस, गोताखोर, आपदा विशेषज्ञ, आपदा मित्र, स्थानीय अनुभवी व्यक्तियों की सहायता से तत्काल ध्वनि विस्तारक यन्त्र से उस इलाके में रहने वाले लोगो को बाढ़ का पानी आने की जानकारी दी गयी। सुबह 10.30 से सुबह 11.30 ंबजे तक स्वास्थ्य विभाग के तैनात चिकित्साधिकारी फार्मासिस्ट, एवं पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा गर्भवती महिलाओं, बच्चों मेडिकल चेकअप के बाद राहत शिविरों में जाने हेतु एम्बुलेन्स एवं अन्य वाहन के माध्यम से भेजा। सुबह 11.30 से दोहपर बजे 12.00 तक सुरक्षित निकाले गये व्यक्तियों ने बताया गया कि कुछ लोग सामने वाले बालू के टीले पर फंसे हो सकते है। तत्काल इन्सीडेन्ट कमाण्डर जिलाधिकारी के निर्देश पर ड्रोन को उठाकर खोज एवं बचाव कार्य प्रारम्भ कर किया गया। सर्वे के दौरान गंगा नदी के बहाव एवं प्रभाव से बचने के लिए उचे स्थान पर चढकर अपनी जान बचाने का प्रयास करते हुए 02 व्यक्ति देखा गया और तत्काल नाव के माध्यम से बचाव टीम द्वारा पीड़ितों को बचाया गया। अपरान्ह 12.00 से 12.30 बजे स्वास्थ्य विभाग के तैनात चिकित्साधिकारी, फार्मासिस्ट एवं पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा सी०पी०आर० एवं मानसिक सहयोग प्रदान किया गया। अपरान्ह 12.3 से अपरान्ह 1.00 बजे स्वास्थ्य विभाग द्वारा सी०पी०आर० एवं प्राथमिक उपचार के उपरान्त कुछ मरीजो की हालात गम्भीर होने के कारण तत्काल उन्हें एम्बुलेन्स के माध्यम से नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुचाया गया। दोपहर  1.00 से  1.30 बजे तक बाढ प्रभावित व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण के उपरान्त उनको राहत शिविरों में पहुचान एवं उनके मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था करना, गर्भवती महिलाओं एवं बच्चो, बुजुगों के लिए विशेष अभियान चलाकर खाने-पीने एवं अन्य दवाओं को उपलब्ध कराया गया तथा  सुरक्षात्मक दृष्टि से खोज एवं बचाव का कार्य अपर जिलाधिकारी वि०/ रा०. ,आपदा विशेषज्ञ, आईआरएस के सदस्य, एसडीआरएफ के टीम लीडर एवं सदस्य मीडियाकर्मी तथा स्थानीय जनमानस द्वारा किया गया। इसी प्रकार जसवंत राय इंटर कालेज सैदपुर , गौसपुर घाट मुहम्मदाबाद , देवा बैरनपुर जमानिया, एवं  नरायन उर्फ नरबाध घाट गहमर तहसील सेवराई में मेगा मॉक अभ्यास का आयोजन कर किया गया। प्रतीकात्मक रूप में जलभराव से विस्थापित व्यक्तियों को उनके सामान सहित उक्त बाढ़ राहत केंद्र ले जाया गया। उक्त राहत केंद्र पर स्वास्थ्य विभाग, पशु पालन विभाग, आपूर्ति विभाग द्वारा कैम्प लगाए गए थे, जिनमें रेस्क्यू किये गए व्यक्तियों के स्वास्थ्य परीक्षण कराए गए। इसी प्रकार पशुओं की जांच पशु पालन विभाग द्वारा की गई। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि0रा0 अरूण कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी सदर प्रखर उत्तम, मुख्य चिकित्साधिकारी, तहसीलदार सदर, जिला पूर्ती अधिकारी, वरिष्ठ कोषाधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, परिवहन विभाग के अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, दिलीप पाण्डेय, एवं अन्य जनपदस्तरीय अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण, आपदा मित्र, एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अशोक राय आपदा विशेषज्ञ ने किया।

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