गाजीपुर/उत्तर प्रदेश
सड़कें हुई गड्ढों में तब्दील!...नगर पालिका प्रशासन व जिम्मेदार विभाग द्वारा सड़कों की मरम्मत में लापरवाही से शहर वासियों मे गुस्सा
किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
गाजीपुर:-शहर की तमाम सड़कें और गलियां एक तरफ जहां सीवरेज पाइप लाइन खुदाई के चलते गड्ढों में तब्दील हो चुकी है । वही जिम्मेदार विभाग द्वारा सड़कों की मरम्मत में लापरवाही से शहर वासियों का गुस्सा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।इतना ही नही अब तो अच्छी खासी पिच रोड के बीच खुदाई किए जाने से लोगों का आक्रोश और दोगुना हो चुका है । लोग सड़क के बीच हुई इस खुदाई की वजह भी नहीं समझ पा रहे हैं । वही कार्यदाई संस्था खुदाई कर लापता हो जा रही है ।
अभी कुछ दिनों पहले ही शहर के बीचोबीच खूब चौड़ी सड़क का निर्माण आमघाट महिला कॉलेज के सामने हुआ था , लेकिन आज कल आप देखेंगे कि ये सड़क खुद गयी है और दोनों तरफ से यातायात पुलिस का बोर्ड लग गया है ।गाजीपुर शहर के ददरीघाट स्थित महिला डिग्री कॉलेज के सामने से गुजर रही सड़क के बीचो-बीच कुछ दिन पूर्व खुदाई कर दी गई। खुदाई क्यों की गई ? इसकी जानकारी भी ठीक प्रकार से स्थानीय लोगों को नहीं है । अनुमान लगाया जा रहा है कि सड़क के बीच डिवाइडर बनाने के लिए खुदाई कराई गई है , वहीं कुछ अन्य लोगों का यह भी कहना है कि यह सीवर लाइन के लिए खोदी गई है , लेकिन कई दिन बाद भी न तो डिवाइडर बना , ना ही सीवर और न ही सड़क की मरम्मत हुई । जिससे महिला डिग्री कॉलेज में जाने वाली छात्राओं समेत अन्य राहगीरों को दुर्घटनाएं एवं दुर्घटनाओ की आशंका प्रतिपल बनी हुई है।
स्थानीय प्रेम प्रकाश राय ने बताया कि यह सड़क क्यों खोदी गई है हम लोगों के समझ में नहीं आ रहा है। पिछले 15 दिनों पूर्व हुई खुदाई के कारण आवागमन प्रभावित है और नगर पालिका प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं।स्थानीय वीरेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि 3 घंटे के अंदर अच्छी खासी सड़क को खोदकर पाट दिया गया। खुदाई क्यों हुई, इसका जवाब हमें नहीं मिल पाया है। आने जाने में बहुत दिक्कत हो रही है।
स्थानीय दुकानदार हिमांशु राय ने बताया कि 10-15 दिन पूर्व हम लोग जब दुकान पर आए तो सड़क खुदी हुई पाई गई। क्यों खोदी गई और मरम्मत अब तक क्यों नहीं हुई , इसका जवाब अभी तक हम लोगों को नहीं मिल पाया है। भीड़ बढ़ने पर जाम की समस्या बनी रहती है। धूल के कारण व्यापार करना मुश्किल हो चुका है।वही स्थानीय निवासी व दुकानदार अश्वनी कुमार ने बताया कि हम लोगों के जानकारी में नगर पालिका चेयरमैन ने सड़क को खुदवाया है जबकि ईओ ने काम को रुकवा दिया है । इन लोगों में आपसी सामंजस्य न बैठ पाने के कारण 10 – 15 दिनो से सड़क खुदी पड़ी है।
फिलहाल अभी तक सारा काम वैसे ही रुका हुआ है , अब इस खुदी हुई सड़क पर बातों का बतंगड़ शुरू हो गया है और स्थानीय लोग परेशान हैं , क्योंकि खुदी सड़क से धूल और यातायात में परेशानी राहगीरों के साथ ही साथ स्थानीय लोगों के लिए काफी परेशानी खड़ी कर रही है।फिलहाल नगरपालिका इस गड्ढे को बनवाने के लिए इंतज़ाम में लगी है लेकिन नगरपालिका प्रशासन के लोग कैमरे पर् कुछ भी बोलने से बच रहे हैं , लेकिन आम जनता बहुत कुछ बोल रही है इसलिए मामला बड़ा ही दिलचस्प है ।
इस मामले में कुछ और दिलचस्प बातें निकल कर सामने आई है की यह टेंडर जुलाई 2021 का है जिसमें सीवर लाइन डालने के कारण ठेकेदार को विभाग एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा इस पर कार्य करने के लिए मना किया गया था कि जब तक जल निगम द्वारा सीवर लाइन पाइप का निर्माण पूर्ण ना हो जाए तब तक इस पर कार्य प्रारंभ ना किया जाए ।बावजूद इसके सूत्रों के अनुसार कुछ और जानकारी भी प्राप्त हुई है कि इसी महीने नवंबर मे 8 से 10 तारीख के बीच लगभग 10 से 12 करोड़ के टेंडर नगर पालिका परिषद द्वारा निकाले गए , जिनमें से अधिकांश सड़कों पर सीवर लाइन का काम होना अभी बाकी है ।
वही लोगो का यह भी कहना है कि विधान सभा चुनाव के समय जनता के सड़को की बदहाली के सवाल पर यह नगर पालिका द्वारा ही यह कहा गया कि अभी पहले जल निगम का कार्य शेष होने के पश्चात ही सड़क का कार्य होगा ।अगर सड़क बनवा कर फिर 2 से 3 महीनों बाद खोदना ही है तो यह पहले क्यो नही किया गया अब जब नगर पालिका चुनाव नजदीक आ गया है तो राजस्व व आम जनता के रुपये का बंदरबांट क्यो ?लोगो का यह भी कहना है कि यह रुपये हम जनता के द्वारा टैक्स अथवा अन्य भी कई प्रकार से सरकार को दी जाती है , इसलिये इन रूपयों का एक दम सही प्रकार से उपयोग होना चाहिए ।
अब सोचने वाली बात यह है कि क्या जैसा आरोप जनता अपने पैसों का गलत तरीकों से इस्तेमाल करने का लगा रही है , क्या वह सही है ? या गलत यह तो विभाग व विभागीय अधिकारी ही बता सकते है परन्तु जब मीडिया कर्मियों ने इस विषय पर बात करनी चाही तो मीडिया से नगरपालिका प्रशासन के लोग कैमरे पर् कुछ भी बोलने से बचते नजर आते रहे ।
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