शहीद के अंतिम दर्शन के बाद हुआ दाह संस्कार!...नक्सली हमले में शहीद का शव पुलिस लाइन से उनके पैतृक गांव शेरपुर खुर्द पहुंचा।
सुभाष कुमार ब्यूरो चीफ
गाजीपुर:-ख़बर गाजीपुर से है। जहां छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के प्रतापपुर पुलिस थाना क्षेत्र के सड़क टोला गांव में बीएसएफ एवं जिला पुलिस की संयुक्त दल की गस्ती के दौरान नक्सलियों द्वारा बिछाई गई बारूदी सुरंग में विस्फोट से गाजीपुर के शेरपुर खुर्द गांव निवासी अखिलेश राय शहीद हो गए। शुक्रवार को बीएसएफ के रायपुर मुख्यालय पर बटालियन के अधिकारियों एवं छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने शहीद जवान को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। बाद में रायपुर से उनका शव हवाई जहाज से बीती देर शाम लखनऊ भेजा गया और उसके बाद देर रात गाजीपुर पुलिस लाईन लाया गया।
आज सुबह शहीद का शव पुलिस लाइन से उनके पैतृक गांव शेरपुर खुर्द पहुंचा।
शहीद अखिलेश राय वर्ष 2002 में बीएसएफ के 47वीं बटालियन में भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी तैनाती रायपुर में थी। जहां स्थानीय पुलिस के साथ गस्त के दौरान नक्सलियों द्वारा बिछाए गए बारूदी सुरंग के विस्फोट में शहीद हो गए। शेरपुर खुर्द गांव निवासी अखिलेश राय के पिता परमात्मा राय उर्फ झब्ब्न राय का लगभग 6 वर्ष पहले ही देहांत हो चुका है। उनके बड़े भाई अंजलेश राय भी बीएसएफ में हेड कांस्टेबल के पद पर नई दिल्ली में तैनात है। शहीद अखिलेश राय अपने पीछे तीन बेटी श्रुति राय 16 वर्ष, जागृति 14 वर्ष, कृति 12 वर्ष तथा सबसे छोटे पुत्र अतुल कुमार राय 10 वर्ष को छोड़ गए हैं। इस हृदयविदारक घटना के बाद से मां शारदा देवी तथा पत्नी बिन्धा राय का रो-रो कर बुरा हाल है। शनिवार को शहीद के अंतिम दर्शन के बाद दाह संस्कार शेरपुर गंगा घाट स्थित श्मशान घाट पर किया जाएगा ।
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