भांवरकोल/गाजीपुर/उत्तर प्रदेश
युवक ने की आत्महत्या!...बन रही थी तिलकोत्सव के लिए मिठाई,आ गई मौत की खबर परिवार में मचा कोहराम
किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
गाजीपुर। घर में युवक के तिलकोत्सव की चल रही थी तैयारी कि उसी बीच उसकी खुदकुशी की खबर आई और घर में कोहराम मच गया। यह वाकया थाना भांवरकोल के मनिया गांव का है। युवक कुलंजय राय (25) वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र के इंगलिसिया लाइन स्थित एक गेस्ट हाउस के एक कमरे में फांसी लगा लिया। घर वाले उसकी शादी बक्सर (बिहार) के एकौना गांव में तय किए थे। तिलकोत्सव 25 नवंबर को होना था।
वाराणसी से मिली खबर के मुताबिक कुलंजय बुधवार को गेस्ट हाउस के कमरे में आकर ठहरा था और रात का भोजन कर कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर सो गया। गुरुवार की दोपहर गेस्ट हाउस प्रबंधन को जब उसके कमरे के अंदर की गतिविधियां नहीं मिली तो शंकावश उसके कमरे का दरवाजा बाहर से खटखटाया गया। बावजूद अंदर से कोई जवाब नहीं मिला तब गेस्ट हाउस के कर्मचारी रोशनदान से झांक कर देखे तो युवक कुलंजय छत के पंखे के सहारे फंदे पर लटकता दिखा। तब गेस्ट हाउस मैनेजर वीरप्रताप सिंह सिगरा पुलिस को सूचना दिए। पुलिस कमरे का दरवाजा तोड़ कर अंदर पहुंची। तो वहां सुसाइड नोट मिला। उस पर लिखे हुए मोबाइल नंबर पर पुलिस ने परिजनों को सूचना दी। सुसाइड नोट में वह लिखा था-मैं बिना किसी दबाव के यह पत्र लिख रहा हूं। मुझ पर यह कार्य करने का किसी ने दबाव नही बनाया। मैं कभी शादी नही करना चाहता था। आप लोग मुझे इस बंधन में बांधना चाहते थे। आप लोगों से मैं क्षमा मांगता हूं। मैं वाराणसी के इस होटल के मालिक को पूरा पैसा दे चुका हूं। आपसे निवेदन है कि मेरे चले जाने के बाद फोन नंबर 904955650 पर यह सूचना दे दें। उसके बाद सिगरा पुलिस सुसाइड नोट में अंकित फोन नंबर पर कॉल की। वह नंबर युवक कुलंजय के बड़े भाई धनंजय राय का था।
यह सूचना मिलने के बाद कुलंजय के घर में कोहराम मच गया। तिलकोत्सव के लिए मिठाई बनाने का काम रोक दिया गया। परिवार के सदस्य वाराणसी के लिए रवाना हो गए। युवक कुलंजय राय के परिवार के निकटस्थों ने बताया कि कुलंजय 16 अक्टूबर को यह बता कर घर से चला गया था कि वह दिल्ली जा रहा है। जहां उसकी नौकरी मंत्रालय में लग गई है। उसके जाने से पहले ही परिवार के सदस्य उसकी शादी तय कर चुके थे। फोन कर परिवार के लोग तिलकोत्सव, शादी की तारीख भी बताए और उसके पहले घर लौटने को कहे मगर नई नौकरी के चलते उस तारीख पर छुट्टी न मिलने का हवाला दिया। तब उसका बड़ा धनंजय लड़की पक्ष के एक व्यक्ति को साथ लेकर दिल्ली पहुंचा और कुलंजय को बताया कि वह अपने और लड़की के परिवार की ओर से शादी के छपे निमंत्रणपत्र लेकर आया है। दोनों कार्डों के आधार पर छुट्टी ले सकता है। इसके लिए वह उनसे मिले मगर कुलंजय तमाम बहाने कर आखिर तक उनसे नहीं मिला। फिर बाध्य होकर धनंजय घर लौटने के लिए ट्रेन पकड़ लिए। रास्ते में कुलंजय खुद फोन कर बताया कि उसे छुट्टी मिल गई है और रात में वह भी ट्रेन पकड़ कर अपने तिलकोत्सव के वक्त पर पहुंच जाएगा। फिर कुलंजय अपनी मां से फोन पर भी यही बात कहा था।
घर के लोग हैरान हैं कि आखिर कुलंजय यह कदम क्यों उठाया जबकि उससे पूछी भी गया था कि अगर वह खुद कहीं शादी तय किया है तो बता दे मगर वह इस बात से इन्कार कर दिया था। कुलंजय के पिता अनिरुद्ध राय रिटायर्ड फौजी हैं जबकि बड़े भाई धनंजय राय भी फौजी हैं। वह कुलंजय की शादी के लिए छुट्टी पर घर आए थे।
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