यादव महासभा के!...जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने गाज़ीपुर एसपी से की सख्त कार्रवाई की मांग
- alpayuexpress
- Jun 5
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यादव महासभा के!...जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने गाज़ीपुर एसपी से की सख्त कार्रवाई की मांग

अजय यादव पत्रकार
जातिसूचक शब्दों से गाली गलौज कर....धमकी देने के आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने की मांग ने पकड़ा जोर
जून गुरुवार 5-6-2025
गाजीपुर:-खबर गाजीपुर जिले से है जहां पर सामाजिक सौहार्द और कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाली एक गंभीर घटना के विरोध में अब यादव महासभा व पिछड़ा-दलित विकास महासंघ के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव सामने आए हैं। उन्होंने एसपी डॉ. ईराज राजा से कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि अहीर जाति और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए एक युवक को गला काट देने की धमकी देना न केवल सामाजिक ताना-बाना तोड़ने का प्रयास है, बल्कि यह भारतीय संविधान और कानून व्यवस्था का भी उल्लंघन है।
घटना से आक्रोशित यादव महासभा के जिलाध्यक्ष सुजीत यादव ने कहा कि ऐसी मानसिकता समाज में जहर घोलने का काम करती है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस घटना की घोर निंदा करते हुए आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है।
सुजीत यादव ने पीड़ित जितेन्द्र यादव को न्याय दिलाने का भरोसा देते हुए कहा कि यादव महासभा पूरी मजबूती के साथ पीड़ित के साथ खड़ी है और जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता, तब तक महासभा लगातार संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन इस मामले में निष्क्रिय रहा,तो आने वाले दिनों में पूरे जिले में एक बड़ा जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।
जिलाध्यक्ष ने कहा, “किसी भी समाज में इस प्रकार की जातीय घृणा और धमकी को सहन नहीं किया जा सकता। यह न केवल संविधान के मूल्यों के विरुद्ध है बल्कि सामाजिक एकता को भी नुकसान पहुंचाता है। अगर प्रशासन सख्ती नहीं दिखाता तो हम मजबूर होंगे कि जन आंदोलन के माध्यम से सरकार और प्रशासन को जगाएं।”
सुजीत यादव ने प्रशासन को यह भी सुझाव दिया कि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई कर मिसाल कायम की जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति जातिसूचक शब्दों और हिंसा की धमकियों का सहारा लेने से पहले सौ बार सोचे। सूत्रों के अनुसार,इस बीच, पीड़ित जितेन्द्र यादव ने भी मामले की गंभीरता को बताते हुए पुलिस से अपने जान के सुरक्षा की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, इस मामले में अभी तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे स्थानीय लोगों में भी रोष व्याप्त है।
समाज के विभिन्न वर्गों ने भी इस घटना पर चिंता जताई है और प्रशासन से मांग की है कि जातीय आधार पर किसी को अपमानित करने या धमकाने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि गाजीपुर पुलिस इस मामले में कितनी तेजी से कदम उठाती है और समाज में न्याय और सुरक्षा की भावना को सुदृढ़ करती है या नहीं।
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