गाजीपुर/उत्तर प्रदेश
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष विजय यादव के आयुष प्रवेश परीक्षा में धांधली!....में जेल जाने के बाद हाईकमान भी उनके खिलाफ
किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
ग़ाज़ीपुर:- शिकायत भी हुई, लेकिन सपा सरकार में पकड़ होने के कारण जांच ठंडे बस्ते में डाल दी गई। इसको लेकर कई बार सवाल उठे, लेकिन जिम्मेदारों ने पर्दा डालकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली।
आयुष कालेजों में फर्जी दाखिला मामले में कृष्ण सुदामा ग्रुप के निदेशक व भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष विजय यादव और उसके भाई व संस्था के उपनिदेशक धर्मेंद्र यादव की गहरी भूमिका सामने आयी है। एसटीएफ की ओर से मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया।
एसटीएफ की जांच में पता चला कि दोनों भाइयों ने आरोपित एसएन सिंह, डा.उमाकांत सिंह, डा.उमाकांत यादव व एजेंसी के संचालक कुलदीप सिंह के साथ मिलीभगत कर नीट मेरिट लिस्ट में जमकर धांधली कराई थी। एसटीएफ को दोनों आरोपितों के जौनपुर के केराकत निवासी साले की तलाश है।
एक ही कैंपस में कई मान्यताएं
डा. विजय आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर कैथी वाराणसी
केवीएस इंस्टीट्यूट आफ आयुर्वेदिक मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर मरदापुर सादात
डा. विजय इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन एंड टेक्नालाजी कैथी वाराणसी
डा.वीआरए पालीटेक्निक कालेज मरदापुर सादात
भाजपा कर सकती निष्कासित
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष विजय यादव के आयुष प्रवेश परीक्षा में धांधली में जेल जाने के बाद हाईकमान भी उनके खिलाफ कदम उठा सकता है। यह पूरा प्रकरण भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी के स्तर पर है। संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। भाजपा के जिला पदाधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
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