खानपुर/गाजीपुर/उत्तर प्रदेश
बेहद सादगी व साधारण ढंग से जीवन व्यतीत करता है शिखर पर बैठे दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज सूर्यकुमार का परिवार
मोहम्मद इसरार पत्रकार (उपसंपादक)
खानपुर। टी-20 विश्वकप में भारत भले ही सेमीफाइनल से बाहर हो गया हो, लेकिन अपनी धुंआधार बल्लेबाजी की बदौलत सैदपुर के हथौड़ा निवासी सूर्यकुमार यादव लोगों के दिलोदिमाग पर छा गए हैं। विश्वकप में की गई अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी की बदौलत ही उन्हें दुनिया के नंबर 1 टी-20 बल्लेबाज का खिताब भी मिल गया है। आस्ट्रेलिया में की गई धुंआधार बल्लेबाजी और आकर्षक क्रिकेटिंग शॉट की वजह से वो हर क्रिकेटप्रेमी के चहेते बन चुके हैं। मुम्बई रणजी टीम के बाद आईपीएल के मुम्बई इंडियन्स का ये स्टार खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के टीम के नीले जर्सी में आते ही क्रिकेट के आसमान में बुलंदी की ऊंचाई छूने लगा। सूर्यकुमार रनों का अंबार लगाने के साथ ही अपने खजाने में दौलत का भी अंबार लगाते चले गए। करोड़ों की महंगी कारों के शौकीन सूर्यकुमार की कुल संपत्ति 32 करोड़ रूपए से अधिक है। इस समय सूर्यकुमार की प्रति महीने की अनुमानित आय करीब 70 से 80 लाख रुपये है। मुम्बई के आलीशान मकान में रहने वाले सूर्यकुमार की माता स्वप्ना, पिता अशोक कुमार और बहन डिनल उनके साथ ही रहते हैं। सीआरपीएफ के रिटायर्ड अधिकारी सूर्यकुमार के दादा विक्रमा यादव गाजीपुर जिले में खानपुर क्षेत्र के हथौड़ा गांव में बेहद साधारण ढंग से जमीन से जुड़कर किसानी और पशुपालन का कार्य करते है। सूर्यकुमार के दादा विक्रमा यादव सहित दोनों चाचा व राममूरत यादव सुबह दो गाय की सेवा से अपने दिन की शुरुआत करते हैं। पशुओं के चारा खेती के दैनिक कार्य के साथ 30 बीघे खेत में गेंहू, चावल, चना, मकई और आलू की खेती करते हैं। हथौड़ा में सूर्यकुमार के स्वजन आज भी 50 साल पुराने पैतृक मकान में बेहद साधारण ढंग से कृषक परिवार की जिंदगी बिता रहे हैं। दादा अभी भी पुरानी साइकिल से सफर करने के बाद अपनी 20 साल पुरानी लकी टीवी पर पोते सूर्यकुमार का मैच देखते हैं। सूर्या के चाचा राजकूपर और ऋषि कुमार अपने पैतृक कृषि कार्य में हाथ बंटाते हैं।
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