बिना कार्य किये हुवा रु81792 का मनरेगा हुवा भुगतान!..चार लोगों ने लगाई जांच रिपोर्ट फिर भी नही हुवा काम जिमेदार कौन।
किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
ग़ाज़ीपुर:- मनिहारी ब्लाक के सरायगोबिद गांव का मामला आप को बताते चले कि दरोगा सिंह के घर तक मिट्टी काम करने के लिए किया गया भुगतान क्र0सं0-4,मस्टररोल न0-5385,मस्टररोल का समय-30.06.2022 से 04.08.2022 तक चला काम और हुवा भुगतान हुवा रु81792, आप यह बताने में शर्म आ रही कि वहाँ काम हुवा ही नही ओर जब दरोगा सिंह ने सपथ पत्र के जरिये जच कराना सुरु कीया तो ग्राम विकास अधिकारी मुकेश सिंह ने फर्जी तरीके से लगाया रिपोर्ट की कार्य हो चुका हैं और वही पूर्व bdo ने स्थलीय जाच किया तो शिकायतकर्ता सुभास उर्फ दरोगा सिंह के उपस्थिति में 10.11.22 को किया गया जाच तो यह पाया गया कि शिकायतकर्ता द्वारा स्वयं के लिए अपने संसाधन अपने आने जाने के लिए अपने खेत में रास्ते का निर्माण किया गया है तकनीकी सहायक रामनिवास चौहान द्वारा प्राक्कलन तैयार करते समय कार स्थली का भ्रमण नहीं किया गया केवल अनुमान के आधार पर प्रकरण बनाया गया एवं कार्य की माफी दी कर दी गई जबकि मौके पर उपरोक्त रास्ते की माप ही नहीं की गई इस प्रकार तकनीकी सहायक रामनिवास चौहान द्वारा जानबूझकर एवं अपने कार्यों पर अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं करते हुए मनरेगा योजना अंतर्गत नियम का उल्लंघन करते हुए कार्य किया गया उस पर खंड विकास अधिकारी ने उसके बाद दिया हिदायत फिर शिकायतकर्ता आईजीआरएस के माध्यम से मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के पोर्टल पर भी शिकायत किया जिस शिकायत पर जिलाधिकारी ने लिया था संज्ञान और टीम की थी गठित उसके बाद भी अब तक नहीं बन पाया धरातल पर मनरेगा से चकरोड प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी ने किया मनरेगा कामो में गुमराह करते हुवे भुगतान और पैसे का बन्दर बाट
फिर सुरु हुवी दूसरी कहानी जिमेदार कौन बिभाग या प्रधान ।
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