पोर्टेबल फ़िल्ट्रेशन उपकरण का नवीन डिज़ाइन बनने पर!...महिला पीजी कॉलेज के शिक्षक को सरकार ने दिया प्रमाण पत्र

सुभाष कुमार ब्यूरो चीफ
गाजीपुर:- खबर गाजीपुर जिले से है जहां पर भूजल में उपस्थित अर्सेनिक को हटाने के लिए एक पोर्टेबल फ़िल्ट्रेशन उपकरण का नवीन डिज़ाइन डॉ. अकबरे आज़म, राजकीय महिला पी॰ जी॰ कॉलेज के सहायक प्रोफेसर एवं साथी पर्यावरण वैज्ञानिको द्वारा किया गया है। यह फ़िल्ट्रेशन उपकरण भूजल से अर्सेनिक को हटाने के साथ-साथ पीने के पानी को सुरक्षित और शुद्ध बनाने का काम करता है। डॉ अकबरे आजम के इस डिजाइन को भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय द्वारा पेटेंट के रूप में प्रमाणपत्र दिया गया है। डॉ. अकबरे आज़म ने मीडिया प्रभारी डॉ शिव कुमार को बताया, “भूजल में अर्सेनिक की मात्रा बढ़ रही है और यह जनस्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर रहा है। इस उपकरण का डिज़ाइन इस समस्या का हल प्रदान करने का प्रयास है।” उन्होंने इस डिजाइन को प्रभावी, सस्ता, और पोर्टेबल बनाने का प्रयास किया है ताकि लोग इसे घरेलू उपयोग के लिए आसानी से ले सकें। भविष्य में यह फ़िल्ट्रेशन उपकरण एक सरल और प्रभावी प्रक्रिया के माध्यम से भूजल से अर्सेनिक को हटाने में उपयोगी साबित होगा। इसके अलावा, यह उपकरण पानी को पीने योग्य बनाने के लिए अन्य जहरीले पदार्थों को भी निकाल सकता है। महाविद्यालय की प्राचार्या, प्रोफेसर डॉ सविता भारद्वाज ने इस उपकरण के डिज़ाइन को बड़ी उपलब्धि मानते हुए कहा, “यह डिज़ाइन न केवल जनस्वास्थ्य के प्रति ध्यान देता है, बल्कि हमारे सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति भी संवेदनशीलता प्रदर्शित करता है।” इस उपकरण के सफल डिज़ाइन के लिए डॉ. अकबरे आज़म को महाविद्यालय परिवार ने अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
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