पिता के साथ से सभी चुनौती हुई आसान!...काशी की पूजा सिंह ने रचाई सफलता की नई गाथा!
- alpayuexpress
- Jun 18
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पिता के साथ से सभी चुनौती हुई आसान!...काशी की पूजा सिंह ने रचाई सफलता की नई गाथा!

किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
जून बुधवार 18-6-2025
वाराणसी:- खबर वाराणसी से है जहां पर महादेव की नगरी काशी की रहने वालीं पूजा सिंह ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जब पिता का साथ और आशीर्वाद मिलता है, तो जीवन की हर चुनौती आसान हो जाती है। अपनी हृदयस्पर्शी कविता "जब पिता का साथ मिल जाए.." के माध्यम से पूजा ने न केवल अपने पिता के प्रति असीम प्रेम और सम्मान व्यक्त किया है, बल्कि अपनी इस कविता को उन्होंने अपने जीवन की आधारशिला भी बना लिया है।
पूजा सिंह, जो अपनी रचनात्मकता और लेखन के लिए जानी जाती हैं, ने यह कविता अपने पिता के अटूट समर्थन और मार्गदर्शन के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए लिखी थी। उनकी कविता की हर पंक्ति उनके पिता के साथ की शक्ति को दर्शाती है:
"जिंदगी में चुनौतियों का सामना आसानी से कर जाए,
लड़खड़ाए जो कदम उसके तो उठने का साहस वो अपने अंदर भर जाए,
जब पिता का साथ मिल जाए..!!
हर मुश्किल राहों को वो आसान कर जाये,
आसमान की बुलंदियों को अपने नाम कर जाये,
जब पिता का साथ मिल जाये..!!
तरक्की के रास्ते चल कर,
सफलता का ताज अपने नाम कर जाये,
रात का अँधेरा जुगनू से भर जाये,
जब पिता का साथ मिल जाए...!!!"
पूजा की यह कविता सिर्फ शब्दों का संग्रह नहीं, बल्कि उनके जीवन का दर्पण है। उनके पिता ने हमेशा उन्हें हर मुश्किल परिस्थिति में सहारा दिया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इसी प्रेरणा और समर्थन के बल पर पूजा ने अपने क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। उनकी लगन और मेहनत ने उन्हें सफलता के उस मुकाम पर पहुंचाया है, जहाँ वे अब दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।
यह कहानी सिर्फ पूजा की व्यक्तिगत सफलता की नहीं, बल्कि यह उन सभी बेटियों के लिए एक उदाहरण है जिन्हें अपने पिता का प्रेम, आदर और सम्मान मिलता है। यह दर्शाती है कि पिता का साथ एक बच्चे के जीवन में कितना महत्वपूर्ण होता है और कैसे यह उन्हें किसी भी बाधा को पार करने की शक्ति देता है। काशी की यह बेटी अपने पिता के साथ से मिली उड़ान के दम पर आसमान की बुलंदियों को छू रही है और अपने शहर का नाम रोशन कर रही है।
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