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पक्का निर्माण कार्यों का भुगतान न होने पर प्रधानों का प्रदर्शन!...नायब तहसीलदार,डीसी मनरेगा व पीडी न

पक्का निर्माण कार्यों का भुगतान न होने पर प्रधानों का प्रदर्शन!...नायब तहसीलदार,डीसी मनरेगा व पीडी ने समझा बुझाकर धरना खत्म कराया।


मोहम्मद इसरार पत्रकार (उप संपादक)


सैदपुर। खबर गाजीपुर जिले से है जहां पर मनरेगा के तहत बीते डेढ़ वर्षों में हुए पक्का निर्माण कार्यों का भुगतान न होने के विरोध में स्थानीय ब्लॉक के प्रधानों ने मंगलवार को ब्लाक मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन शुरू किया। बीडीओ धर्मेंद्र यादव द्वारा संतोषजनक आश्वासन न मिलने पर उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग के साथ ग्राम प्रधान धरने पर बैठे रहे। इस बीच शाम करीब छह बजे वहां एक प्रधान प्रतिनिधि पिंटू यादव ने खुद पर डीजल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। जिसके बाद हड़कंप मच गया। मौके पर पुलिसकर्मियों ने उनसे डब्बा व माचिस छीन लिया। इसके बाद मौके पर नायब तहसीलदार आशीष सिंह, डीसी मनरेगा व पीडी पहुंचे व समझा बुझाकर धरना खत्म कराया। ग्रामप्रधानों का प्रतिनिधिमंडल सबसे पहले बीडीओ धर्मेंद्र यादव से मिला और मनरेगा के तहत हुए पक्के कार्यों का भुगतान कब तक होगा, इसका जवाब मांगा। बीडीओ द्वारा संतोषजनक भरोसा न देने पर आक्रोशित प्रधानों ने प्रधान एकता जिंदाबाद, सैदपुर बीडीओ मुर्दाबाद का नारा लगाया और धरने पर बैठ गए। दर्जनों प्रधानों की भीड़ देख मौके पर पुलिस टीम पहुंच गई। इस बीच आत्मदाह का प्रयास किया गया। मिर्जापुर के प्रधान रजई यादव ने बताया कि बीते दो सालों से हमारा भुगतान नहीं हुआ है। जिसके चलते हर संबंधित व्यक्ति परेशान है। बताया कि प्रधानों का करीब 7 करोड़ व क्षेत्र पंचायत सदस्यों का करीब 3 करोड़ रूपए का भुगतान नहीं हुआ है। बताया कि बीते 11 जुलाई को ही प्रदेश के मनरेगा आयुक्त ने पत्र जारी कर धन आवंटित करने की तारीख बता दी थी। इसके बावजूद यहां पर 14 जुलाई को ही बीडीओ अरविंद यादव को स्थानांरित करके धर्मेंद्र यादव को बीडीओ बना दिया गया। साथ ही मनरेगा का पूरा वित्तीय अधिकार अनुराग राय को दे दिया गया। आरोप लगाया कि ये सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए किया गया। क्योंकि यहीं बीडीओ मनिहारी व सादात की भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और मनिहारी ब्लॉक में भी यही घटना हुई है। कहा कि मनरेगा के तहत प्रत्येक गांव में लाखों रुपये का कार्य हुआ है, जिसका अब तक भुगतान न होने से मनरेगा मजदूर समेत अन्य लोग परेशान हैं। साथ ही गांव के विकास कार्य को गति नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि कभी डोंगल न लगाए जाने तो कभी किसी बात को लेकर भुगतान नहीं किया जा रहा है। सैदपुर व मनिहारी ब्लाक को छोड़कर जिले के अन्य ब्लाकों में भुगतान हो रहा है। इन दोनों ब्लाक के प्रधानों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। इस घटना के बाद अधिकारियों ने डोंगल एक्टिवेट होने के बाद भुगतान का आश्वासन दिया। इस मौके पर अनिल यादव, संजय यादव आदि रहे।

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