गाजीपुर/उत्तर प्रदेश
निजी नर्सिंग होम/निजी चिकित्सक एवं प्राइवेट पैथोलॉजी को मिलाकर किट के द्वारा जॉचे गए संदिग्ध डेंगू मरीजों।
किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
गाजीपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा जनपद के समस्त निजी नर्सिंग होम/निजी चिकित्सक एवं प्राइवेट पैथोलॉजी को मिलाकर किट के द्वारा जॉचे गए संदिग्ध डेंगू मरीजों की संख्या 4531, किट द्वारा किसी भी मरीज को डेंगू धनात्मक पाए गए मरीजों की संख्या-234 एवं अब तक पुष्टि हेतु आईएमएस बीएचयू भेजे गए संदिग्ध डेंगू के सैंपल-234, परिणाम प्राप्त-234, परिणाम प्रतिक्षित-00, डेंगू पॉजिटिव की संख्या-136 अन्य जनपद के 5, नेगेटिव 66, अन्य जनपदो से सूचित की संख्या 29 एवं जनपद के डेंगू धनात्मक मरीजों की संख्या 165 है। उन्होने बताया कि जनपद में डेंगू तथा अन्य मच्छर जनित बीमारियां पूरी तरह नियंत्रण में है। डेंगू के उपचार हेतु जिला अस्पताल में 25 बेड है जिसमें भर्ती मरीजो की संख्या 2 है तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 60 बेड आरक्षित किए गए जिसमे से भर्ती संदिग्ध डेंगू मरीजों की संख्या शून्य, है। निजी अस्पतालों में डेंगू हेतु आरक्षित बेड की संख्या-32 है। डेंगू के उपचार हेतु सभी आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। ऐसे में किसी भी बुखार पीड़ित को घबराने की कतई आवश्यकता नहीं है। डेंगू से प्रभावित ग्रामो में मोबाईल मेडिकल यूनिट के द्वारा भ्रमण कर मौके पर ही बुखार पीड़ितों का उपचार किया जा रहा है। ऐसे में किसी भी बुखार पीड़ित को घबराने की कतई आवश्यकता नही है। अन्य वायरल बीमारियों में भी प्लेटलेट्स की कमी हो सकती है, अतः प्लेटलेट्स की कमी होना डेंगू होना नहीं है। बुखार के मरीज अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें। बुखार के उपचार हेतु अनाधिकृत चिकित्सक अथवा स्वयं उपचार नहीं करें।
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