गाजीपुर/उत्तर प्रदेश
डीएम साहिबा मामले को ले संज्ञान में !...सीएम के फरमान के बाद भी सड़कों की गड्ढामुक्ती के फरमान को संबंधित विभाग ने हवा में उड़ा दिया।
काफी परेशानियों भरा है सुखदेवपुर चौराहा से गाजीपुर घाट जाने वाले मार्ग पर आवागमन
किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
गाजीपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की सड़कों को 15 नवंबर तक गड्ढामुक्त करने का फरमान जारी किया था। बावजूद इसके फरमान की अवधि समाप्त होने के बाद भी जिले के कई इलाकों की सड़कें अपनी बदहाली पर आंसू बहाते हुए आवागमन करने वालों को परेशान करते हुए यह सोचने को विवश कर रही है कि सीएम के फरमान के बाद भी सड़कों की सूरत नहीं बदली। सड़कों की गड्ढामुक्ती के फरमान को संबंधित विभाग ने हवा में उड़ा दिया।
सीएम द्वारा प्रदेश की सड़कों को 15 नवंबर तक गड्ढामुक्त करने का फरमान जारी करने के बाद पीडब्लूडी विभाग की बेचैनी बढ़ गई थी। विभागीय अधिकारी ने इस बात का दावा किया था कि तय समय से सड़कों को गड्ढामुक्त कर दिया जाएगा, लेकिन उसका यह दावा झूठा साबित हो रहा है। क्योंकि अभी भी जिले की तमाम सड़कें गड्ढों में तब्दील है, जिससे आवागमन करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूर-दराज की कौन कहे, सदर के सुखदेवपुर चौराहा से गाजीपुर घाट जाने वाली सड़क बद से बदतर दशा में दिख रही है। हाल यह है कि सड़क से पिच पूरी तरह से जुदा हो गई है। मिट्टी के बीच गिट्टियां झांक रही है। गड्ढे में पानी भरा हुआ है।
इससे आवागमन करने वालों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग हिंचकोले खाते हुए गड्ढों के बीच से आवागमन करने को विवश हो रहे हैं। पानी भरे गड्ढे की वजह से आएदिन बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं। गड्डे के बीच से गुजरने के दौरान ई-रिक्शा पलटते-पलटते बच रहे हैं। काफी दूर तक पिच के जगह सिर्फ गिट्टी और मिट्टी दिखाई दे रही है। बड़े वाहनों के गुजरने के गुजरने के दौरान धूल का गुबार उठ रहा है। इससे एक तरफ आवागमन करने वाले अन्य लोगों की परेशानी जहां बढ़ रही है। वहीं सड़क के आसपास के मकान और दुकान धूल से पट जा रहे हैं।
गड्ढे से बचने के लिए वाहन चालक बे-साइड हो जा रहे हैं, जिससे दुर्घटना की संभावना भी बनी हुई है। परेशान लोगों का कहना है कि यह सड़क वर्षों से बदहाल है, लेकिन जब हम लोगों को मीडिया के माध्यम से इस बात की जानकारी हुई थी कि प्रदेश के मुखिया ने 15 नवंबर तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढामुक्त करने का फरमान जारी किया है तो हम लोग खुश हो गए थे। मन में यह बात आई थी कि अब इस बदहाल सड़क का भी कायाकल्प हो जाएगा, लेकिन गड्ढामुक्ती की निर्धारित तिथि बीतने के बाद भी यह सड़क जस की तस है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि इस जिले के लिए सीएम का फरमान हवा-हवाई साबित हो रहा है।
Comments