डा० श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर!...यूसुफपुर में लगा सिन्दूर का पौधा,खेल मैदान को मिला "हरित क्रांति" का संकल्प
- alpayuexpress
- Jun 23
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डा० श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर!...यूसुफपुर में लगा सिन्दूर का पौधा,खेल मैदान को मिला "हरित क्रांति" का संकल्प

किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
जून सोमवार 23-6-2025
गाजीपुर:- खबर गाज़ीपुर ज़िले से है जहां पर डा० श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा घोषित प्रदेश व्यापी वृहद पौधारोपण अभियान की शुरुआत गाजीपुर जिले के मनिहारी ब्लॉक अंतर्गत ग्राम सभा यूसुफपुर में हर्षोल्लास के साथ की गई। यह आयोजन ग्राम के पवहारी बाबा स्टेडियम (प्ले ग्राउंड) में आयोजित किया गया, जहां चार बीघा में फैले इस खेल मैदान की परिधि पर वृक्षारोपण कर उसे "हरित क्रांति खेल मैदान" का रूप देने की दिशा में पहला कदम उठाया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व वरिष्ठ समाजसेवी पंचम सिंह के कर कमलों से किया गया। उन्होंने एक सिन्दूर का पौधा रोपकर इस अभियान का आगाज किया और भावुक होते हुए एक पौधा अपनी माता जी की स्मृति में भी रोपा। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों, युवाओं और अधिकारियों से आह्वान किया कि इस पौधारोपण अभियान को केवल एक औपचारिकता न मानें, बल्कि इसे हरित क्रांति के रूप में आत्मसात करें। उन्होंने यह खेल मैदान क्षेत्र के सभी खेल प्रेमी युवाओं और ग्रामवासियों को समर्पित करते हुए इसे हरित व स्वच्छ बनाए रखने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम में जखनियां रेंज के वन रेंजर शंकर नाथ सिंह, वन दरोगा राजकिशोर तिवारी तथा वन विभाग की समर्पित टीम उपस्थित रही। इस अवसर पर वन रेंजर श्री सिंह ने ग्राम सभा यूसुफपुर के निवेदन पर क्षेत्र के ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल टंडा वीर बाबा "टंडेश्वर महादेव धाम" के अन्त्येष्टि स्थल को हरियाली से आच्छादित करने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि आगामी जुलाई के प्रथम सप्ताह से प्रदेश भर में शुरू हो रहे वृहद पौधारोपण अभियान के तहत यहां लगभग 7000 पौधे रोपे जाएंगे, जिन्हें सुरक्षा गार्ड से सुरक्षित भी किया जाएगा।
स्थानीय स्तर पर इस आयोजन में ग्रामीणों का उत्साह देखते ही बन रहा था। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से रामअवतार सिंह, हरेंद्र मौर्य, विजय नारायण सिंह, मनोज सिंह समेत अनेक ग्रामीण उपस्थित रहे। सभी ने वृक्षारोपण को केवल एक पर्यावरणीय कार्य नहीं बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में देखा।
पंचम सिंह ने मंच से संबोधित करते हुए कहा, “वृक्ष न केवल हमारे जीवन के आधार हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध हवा, छाया, फल और पर्यावरण संतुलन भी प्रदान करते हैं। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान हमें यही सिखाता है कि राष्ट्र और समाज के लिए हमें निःस्वार्थ भाव से काम करना चाहिए।”
कार्यक्रम के अंत में सभी ग्रामीणों और युवाओं ने संकल्प लिया कि वे न केवल लगाए गए पौधों की देखभाल करेंगे, बल्कि हर वर्ष कम से कम एक पौधा अवश्य लगाएंगे और समाज में पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाएंगे। यह कार्यक्रम ना केवल एक श्रद्धांजलि सभा था,बल्कि ग्रामवासियों द्वारा अपनी मिट्टी,पर्यावरण और आने वाली पीढ़ियों के प्रति एक गंभीर और सशक्त संदेश भी था। ऐसे आयोजन निश्चित रूप से प्रदेश को हरित व स्वच्छ बनाने में मील का पत्थर साबित होंगे।
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