जिम्मेदारों की भीषण लापरवाही!...सैदपुर का ऐसा गोशाला, जहां गायों की दशा हुई मरणासन्न,जिंदा गाय की आंखें नोंच रहे कौए
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मोहम्मद इसरार पत्रकार (उप संपादक)
सैदपुर। खबर गाजीपुर जिले से है जहां पर एक तरफ योगी सरकार गायों की दशा सुधारने के लिए तमाम दावे कर रही है और नए-नए उपक्रम कर रही है तो दूसरी तरफ उनकी दशा को सुधारने के जिम्मेदारों की भीषण लापरवाही सरकार के दावे को झूठा साबित कर रही है। मामला नगर के भितरी मोड़ पर स्थित अस्थाई गोशाले का है। जहां पर एक गाय कई दिनों से न सिर्फ मरी पड़ी है और सड़ चुकी है तो दूसरी तरफ वहीं पर कुछ अन्य गाय मरने का इंतजार कर रही हैं। देखरेख के अभाव के चलते एक गाय तो ऐसी अवस्था में मिली, जिसकी हालत मानवता पर कलंक लगा रही थी। उक्त गाय जिंदा भी थी लेकिन वो इस अवस्था में थी कि उसके आंखों के किनारे के हिस्सों को कौए नोच रहे थे। वहीं अधिकांश गाय समुचित चारा न मिलने से कमजोर अवस्था में अपनी मौत का इंतजार कर रही थी। स्थानीय लोगों का कहना है कि पशुओं के चारे के लिए जो रूपए मिलते हैं, उसमें से अधिकांश रूपए तो कमीशनखोरी में ही खत्म हो जाते हैं, जो बचते हैं, उनसे गाय के लिए समुचित चारा नहीं हो पाता है। गाय की मौत व कौए द्वारा आंख नोचने की जानकारी मिलने के बाद पशुप्रेमी व समाजसेवी रमेश यादव डबलू मौके पर पहुंचे तो शिकायत पूरी तरह से सच मिली। जिसके बाद उन्होंने कुछ घायल गायों को उपचार किया और पशु चिकित्सक को फोन किया तो उनका नंबर बंद मिला। उन्होंने बताया कि कहने को तो सैदपुर में पशु चिकित्सक की तैनाती है लेकिन वो कभी भी पशु अस्पताल पर नहीं मिलते। उनका फोन आए दिन बंद रहता है और अगर कभी ऑन मिल जाए तो वो यही बताते हैं कि वो किसी पशु का इलाज करने पशुपालक के घर गए हैं। उनको फोन करने पर उनका नंबर बंद मिला।