जाम ने मचाया झाम!...युसूफपुर,मऊ मार्ग रेलवे क्रासिंग फाटक पर जाम की समस्या खत्म होने का नही ले रही नाम
किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
गाजीपुर:- खबर गाजीपुर जिले से है जहां पर मोहम्मदाबाद से है जहा आय दिन लोगो को जाम से जूझना पड़ता है, जिससे आने जानें वाले लोगो को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। युसूफपुर मऊ मार्ग रेलवे फाटक पर जाम की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। रेलखंड पर ट्रैफिक ज्यादा होने के कारण बंद फाटक पार करना ही हादसे का कारण बनता है। जो आंसू पोंछने से ज्यादा कुछ साबित नहीं हुआ। अब लोगों को ओवर ब्रिज का इंतजार है। रेलवे क्रासिंग पर आए दिन कई लोग घायल हो चुके हैं।
युसूफपुर स्टेशन से होकर गाजीपुर, औड़िहार,जौनपुर के रास्ते लखनऊ जाने वाली ट्रेनें वही बलिया , छपरा, मुजफ्फरपुर बिहार युसूफपुर रेलवे क्रॉसिंग से हो कर गुजरती हैं। इनमें 10 से 12 यात्री ट्रेनें तो इतनी ही मालगाड़ियां होती हैं। आंकड़े मुताबिक रेलवे क्रॉसिंग करीब 10 घंटे बंद ही रहता है। एक गाड़ी के आने का संकेत होने के साथ बंद हुई क्रासिंग उसके जाने के बाद ही खुलती है। इस तरह 15 से 20 मिनट का समय लग जाता है। ऐसे में क्रासिंग के ज्यादातर बंद रहने से जल्दबाजी में लोग जान जोखिम में डालकर आते-जाते हैं।
घंटो रेलवे फाटक बंद रहने से लगता है लंबा जाम युसूफपुर मोहम्मदाबाद नगर के लोगों का कहना है कि बार-बार रेलवे फाटक बंद होने से जाम की स्थिति बनी रहती है। सुबह से शाम तक कई बार जाम लगता है। स्कूली बच्चों, मरीजों, दुकानदारों, शादी विवाह वाले लोगो को यहा तक की एम्बुलेंस को भी परेशानी उठानी पड़ती है। जिससे मरीजो की हालत गंभीर हो जाती है, लोग घंटो जाम में खड़े रह जाते है, जिससे परेशानी होती है।
15 से 20 हजार लोगों के आवाजाही का रास्ता युसूफपुर रेलवे फाटक के इस पार और उस पर करीब कई गांव के करीब 20 हजार लोगों के रेलवे क्रासिंग मुख्य मार्ग है। साथ ही यह मार्ग कसीमाबाद , मऊ और गोरखपुर आजमगढ़ को जोड़ता है इसलिए ओवरब्रिज का अभाव लोगों को खलता है। इसे जनप्रतिनिधि भी बखूबी समझते हैं, लेकिन कोई मुद्दा नहीं बनाता है।
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