गोलीकांड का भगोड़ा दरोगा!...20 हजार का इनामी फरार दरोगा हुआ गिरफ्तार
किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
अलीगढ़:- अलीगढ़ में कोतवाली गोलीकांड के आरोपी दरोगा मनोज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। दरोगा पर 20 हजार का इनाम भी घोषित हो चुका था। उसकी कुर्की की तैयारी की जा रही थी। दरोगा ने 15 दिसंबर को ही जमानत अर्जी दायर की गई थी। 8 दिसंबर को दरोगा के हाथ से कोतवाली में सरकारी पिस्टल से फायर हुआ था, जिसमें एक महिला घायल हो गई थी। महिला की दो दिन पहले ही उपचार के दौरान मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि फरार दरोगा अपनी कार से कोर्ट में सरेंडर करने आ रहा था। अलीगढ़ के सारसौल चौराहे से पुलिस ने दरोगा को गिरफ्तार कर लिया। दरोगा ने जमानत के लिए भी अर्जी दायर की हुई थी।
इशरत निगार कोतवाली के तुर्कमान गेट चौकी क्षेत्र के हड्डी गोदाम इलाके के बुजुर्ग हार्डवेयर/ताला व्यापारी शकील खां की पत्नी थी और वह पासपोर्ट सत्यापन के सिलसिले में बेटे ईशान संग 8 दिसंबर को कोतवाली गई थीं। दोपहर करीब ढाई बजे के आसपास वे मुंशियाने में पहुंचकर वहां मौजूद मुंशी (कार्यालय पुलिसकर्मी) से बात कर रही थीं। तभी मुंशी ने वहां दरोगा मनोज शर्मा को मालखाने से उनकी सर्विस पिस्टल निकालकर दी। दरोगा ने वहीं खड़े-खड़े पिस्टल को चेक करते हुए फायर कर दिया। उसे पिस्टल का चौंबर खाली होने का अंदेशा था, लेकिन गोली थी, जो सीधे दरवाजे की ओर खड़ी महिला इशरत निगार की कनपटी के पास गर्दन पर जा लगी। गोली लगते ही वह नीचे गिर गई। तभी से उनका मेडिकल कॉलेज में उपचार चल रहा था। मंगलवार को डॉक्टरों ने दो घंटे प्रयास कर उनके सिर का ऑपरेशन कर सफाई की थी। इशरत निगार पहले ही दिन से होश में नहीं आई और कोमा जैसी स्थिति में थी। बुधवार दोपहर से ही इशरत निगार की हालत बिगड़ने लगी और देर रात करीब दस बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 8 दिसंबर को हुए गोलीकांड के बाद से भुजपुरा चौकी पर तैनात गाजियाबाद निवासी दरोगा गायब था। पुलिस ने दरोगा पर मुकदमा के के आधार पर गैर जमानती वारंट, 20 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। साथ में पोस्टर जारी कराए गए। पुलिस की दो टीमें पश्चिमी यूपी के आगरा, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फर नगर, सहारनपुर, शामली व एनसीआर के अलावा उत्तराखंड तक में डेरा डाले रहीं। कई रिश्तेदार व दोस्त हिरासत में भी लिए गए।
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