- alpayuexpress
कृपाशंकर सिंह के भागीरथ प्रयास से मजदूरों में जगी आस ।
( किरण नाई ,वरिष्ठ पत्रकार -अल्पायु एक्सप्रेस-Alpayu Express)
मई सोमवार 11-5-2020
*मुंबई:* किसी भी देश के रचनात्मक विकास में वहां के मजदूरों का अमिट योगदान होता है। मजदूर अपने पसीने के गारे से सड़कों से लेकर बड़ी-बड़ी इमारतों का निर्माण करता हैं। सुई से लेकर जहाज तक के निर्माण में उसका अलिखित योगदान होता है । भारत की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले मुंबई शहर को सजाने, संवारने तथा सर्वांगीण विकास करने में मजदूरों का सबसे अहम योगदान रहा। एक अनुमान के अनुसार मुंबई में भारत के विभिन्न प्रांतों के करीब 8 से 10 लाख मजदूर रहते हैं। कोरोनावायरस के चलते हुए लॉक डाउन ने मुंबई के मजदूरों की कमर ही तोड़ दी । कल कारखानों समेत सारे निर्माण कार्य ठप होने के कारण मजदूर सड़क पर आ गए। कल तक जिनके हाथों में निर्माण कला की अद्भुत ताकत थी ; आज वे हाथ मदद के लिए दूसरों के सामने फैलने लगे। महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री तथा लोकप्रिय उत्तर भारतीय नेता कृपाशंकर सिंह को मजदूरों के दुख दर्द का प्रारंभ में ही अहसास हो गया। यही कारण है कि सबसे पहले उन्होंने मजदूरों के लिए आवाज बनने का फैसला किया। मजदूरों की समस्याओं को लेकर, उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से न सिर्फ व्यक्तिगत मुलाकात कर मजदूरों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया, अपितु पत्राचार द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लगातार संपर्क बनाए रखा । श्रमिक विशेष ट्रेनों के समायोजन को लेकर कृपाशंकर सिंह, उत्तर प्रदेश के गृह सचिव अवनीश अवस्थी से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। उनके लगातार भागीरथ प्रयास का नतीजा दिखने लगा है। मजदूरों के लिए श्रमिक विशेष ट्रेनें शुरू हो चुकी हैं। आने वाले दिनों में इन ट्रेनों की तादाद और बढ़ने वाली है । रविवार को जौनपुर के लिए दो ट्रेनें रवाना हुई। सोमवार को प्रतापगढ़ के लिए दो ट्रेनें रवाना हो रही है। कुल मिलाकर प्रवासी मजदूरों तथा आम गरीब लोगों के लिए रेलवे मंत्रालय का एक सकारात्मक कदम शुरू हो चुका है। कृपाशंकर सिंह के अनुसार मजदूरों को सिर्फ उनके घर तक पहुंचाना उनका मकसद नहीं है । उनका मकसद गांव तक जाने वाले मजदूरों को जीवन यापन का सहारा भी दिलवाना है। इस दिशा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल का स्वागत करते हुए कृपाशंकर सिंह ने कहा कि मजदूरों को उनके गृह राज्य में ही समायोजित करना सर्वोत्तम कदम है। इससे अनेक समस्याओं का निराकरण स्वत: हो जाएगा। मुंबई से निजी वाहनों के माध्यम से उत्तर प्रदेश आने वाले हजारों मजदूरों को आने वाली परेशानियों को दूर करने में भी कृपाशंकर सिंह का अहम योगदान रहा। मजदूरों के सामने आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए कृपाशंकर सिंह इस समय सुबह से लेकर देर रात तक सक्रिय बने हुए हैं। मजदूरों के लिए श्रमिक विशेष ट्रेनें चलाए जाने पर कृपाशंकर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रेल मंत्री पीयूष गोयल, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ,उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, विरोधी पक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस का आभार माना है।