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कंटेनर में बैठे मज़दूरों को देखकर पुलिस हैरान रह गयी....जाने क्या है पूरा मामला

( अनिकेत सिंह की रिपोर्ट -अल्पायु एक्सप्रेस-Alpayu Express)
मई गुरुवार 14-5-2020
कंटेनर में बैठे मज़दूरों को देखकर पुलिस हैरान रह गयी....जाने क्या है पूरा मामला
पुलिस हैरान रह गई जब उसने प्रवासी मजदूरों को कंटेनर में भेड़ बकरियों की तरह बैठे देखा बता दे की एक कंटेनर में पुरुष, महिलाएं और बच्चे ठूंस-ठूंसकर भरे हुए मिले। बता दे ये सभी प्रवासी थे जिन्हें कंटेनर में गुपचुप तरीके से भरकर मुंबई से मऊ ले जाया जा रहा था।
वाराणसी : चौकाघाट स्थित वरुणापुल पर बुधवार जब शक हुआ तो सीओ ट्रैफिक ने कंटेनर को रुकवाकर चेक कराया तो उसमें करीब 50 पुरुष, महिलाएं और बच्चे बैठे मिले। इनमें 12 साल के बच्चे भी थे। सभी को राजातालाब स्थित क्वारंटीन सेंटर भेज दिया गया। जांच के बाद ही उन सबको आगे भेजा जाएगा।
दरअसल रेड ज़ोन होने के चलते बनारस में काफी सख्ती बरती जा रही है। बिना अनुमति की गाड़ियों को आने नहीं दिया जा रहा है। जिन गाड़ियों के पास अनुमति है उन्हें भी कड़ी जांच से गुज़रना पड़ रहा है। इसके लिये ज़िले की रकम ले सीमाओं और हर चौराहों पर कड़ी चेकिंग की जा रही है। इसी क्रम में चेकिंग के दौरान कंटेनर में बेहद खराब हालत में बैठाए गए लोग मिले। सीओ ट्रैफिक अवधेश पांडेय ने बताया कि एक कंटेनर वरुणा पुल की ओर जा रहे एक कंटेनर को शक होने पर चौकाघाट पर रुकवाकर चेकिंग की गई। कंटेनर में सामान की 50 से ज्यादा लोग बैठाए गए थे। इनमें पांच महिलाएं और पांच बच्चे भी थे, जिनकी उम्र करीब आठ से 12 साल के बीच है।
कंटेनर में 16 लोग मऊ के, 7आजमगढ़ के, 3 गाजीपुर के, 2 गोरखपुर, देवरिया का एक, बक्सर का एक, नवादा का एक, औरंगाबाद के दो, बेतिया के तीन, रोहतास के चार, नालंदा के सात और झारखंड के दो मजदूर बैठाए गए थे। ये लोग 9 मई की रात को महाराष्ट्र से कंटेनर में रवाना हुए थे। संत कबीर नगर निवासी कंटेनर के चालक रामप्रकाश गौतम ने बताया कि कंटेनर के मालिक सिद्धार्थनगर निवासी आफिजुलल्लाह हैं। उन्होंने वाहन बुक करके प्रति व्यक्ति तीन हजार से साढ़े तीन हजार भाड़ा लिया है। सभी को उनके ज़िलों में छोड़कर आने की बात तय हुई थी प्रशासन ने सभी को निकालकर उनके लिये भोजन की व्यवस्था की और उनकी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही उन सबको आगे भेजा जाएगा।