एसपी साहब की पुलिस हुई बेलगाम!...रामपुर माझा पुलिस के बल पर देवरिया कांड जैसा अंजाम देना चाह रहा सबुआ का दबंग ठेकेदार
⭕सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नहीं मानती गाज़ीपुर पुलिस!..आईजी,डीआईजी द्वारा लिखित आदेश भी पुलिस बल को दिया गया है कि राजस्व संबंधित मामले में बिगर लिखित आदेश के हस्तक्षेप ना करें उसके बाद भी गाज़ीपुर पुलिस आदत से मजबूर
आदित्य कुमार सीनियर क्राइम रिपोर्टर
गाजीपुर:- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लगातार हर विभाग को आदेश दिया जा रहा है कि हर छोटी घटना को तत्काल निस्तारण करें क्योंकि यही छोटी घटनाएं आगे चलकर एक बड़ा रूप धारण कर लेती है ,जिससे शांति व्यवस्था पूरी तरह से भंग हो जाती है , हत्याएं तक हो जाती हैं इसके लिए हर मामले को गंभीरता से ले।
कास्तकारी भूमि पर अवैध तरीके से चकरोड़ फेंकने का मामला
लेकिन गाजीपुर में सारे नियमों को तक पर रख कर कार्य किए जा रहें है थाना करंडा अंतर्गत ग्राम साबुआ निवासी राम भजन कुशवाहा ने बताया कि मेरी कास्तकारी भूमि पर अवैध तरीके से पुलिस के बल पर गांव के ही दबंग व्यक्ति द्वारा चकरोड़ फेंका जा रहा था जिसमें तीन सागौन के पेड़ व मेरे पड़ोसी के खेत में लगे धान की फसल को जेसीबी से नष्ट कर दिया गया जबरन मेरे खेत में रास्ता फेंकने के लिए आतुर हो गए जब इसके संबंध में मौजूद पुलिस और ठेकेदार से बात की मेरी भूमि पर किसके आदेश से चकरोड फेंका जा रहा है तो कोई जवाब नहीं दिया गया जब मेरी बहू द्वारा जिला अधिकारी को इस घटना के बारे में जानकारी दी गई तो तत्काल मौके से जेसीबी लेकर सभी लोग फरार हो गए पीड़ित परिवार ने यह आरोप लगाया कि पुलिस के बल पर जबरदस्ती चकरोड़ फेंकने का प्रयास किया जा रहा था किसी तरह का राजस्व विभाग की तरफ से मुझे कोई सूचना नहीं दी गई थी जब इसके संबंध में लेखपाल कुलदीप दुबे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस विषय में मुझे कोई जानकारी नहीं है पीड़ित की जमीन में किसी प्रकार का कोई चकरोड़ नहीं है, घटना के बारे में जानकारी के लिए पुलिस बल के साथ मौजूद रामपुर माझा के थाना प्रभारी से बात की गई की किसकी आदेश पर चकरोड़ फेंकने का कार्य चल रहा था क्या आपको राजस्व विभाग के द्वारा कोई आदेश दिया गया था तो उन्होंने बताया कि मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है किसी तरह का संतोषजनक जवाब नहीं दिए। आखिर किसके आदेश पर दो थानों की फोर्स पीड़ित की जमीन पर अबैध तरीके से चकरोड़ फेकवाने के लिए जल्दी कर रहे थे क्या ठेकेदार के पास कोई आदेश था तो पीड़ित को क्यों नहीं दिखाई इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस के मिली भगत से पीड़ित की जमीन पर अवैध तरीके से चकरोड़ फेंकने का कार्य किया जा रहा था,जिला अधिकारी गाजीपुर इस मामले की जांच करें और दोषियों पर उचित कार्रवाई करें।
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