उत्तराखंड के जोशीमठ आपदा को लेकर चिंतित लोगों ने जान माल की रक्षा के लिए की प्रार्थना सभा आयोजित
मोहम्मद इसरार पत्रकार उप संपादक
गाजीपुर:- सैदपुर ब्लाक में गौरी गांव में गोमती नदी किनारे पर्णकुटी में मंगलवार को उत्तराखंड के जोशीमठ आपदा को लेकर चिंतित लोगों ने जान माल की रक्षा के लिए प्रार्थना सभा आयोजित किया। पर्णकुटी के महंत अरुनदास जी महाराज ने बताया कि जोशीमठ में मकानों के दरकने और धंसने की भयावह खबरें लगातार आ रही हैं। लोग अपना घर छोड़कर जाने के लिए मजबूर हैं। इस त्रासदी में जोशीमठ का पौराणिक शंकराचार्य मठ भी भारी संकट में है। इसके अलावा कई पौराणिक आध्यात्मिक और मठ मंदिरों के परिसर भवनों लक्ष्मी नारायण मंदिर के आसपास बड़ी बड़ी दरारें पड़ गई हैं। देवव्रत चौबे ने कहा कि भगवान शिव व नरसिंह देव इस पवित्र भूमि और वहां के निवासियों की रक्षा करें। पिछले एक से डेढ़ सालों से वहां भूगर्भीय परिवर्तन आ रहे है। इस प्राकृतिक आपदा से बचने के लिए सभी लोग शिवस्त्रोत का पाठ कर रहे है। प्रकृति पूजन के साथ इस संकट में फंसे लोगों के लिए प्रार्थना सभा की जा रही है। सनातन धर्म प्रचारक सतेंद्र जी ने कहा कि दरकते पहाड़ों को टीवी पर देखकर सुनकर हमलोग पीड़ित परिवारों के लिए आराध्य देवताओं से दुआएं कर रहे हैं। कभी सोचा नहीं था कि यह नैसर्गिक खूबसूरत पर्वतीय नगर इस तरह बर्बाद होने की कगार पर आ जाएगा। समय समय पर प्रकृति अपने भयावह अंदाज में हमें चेतावनी देती है। ययुद्धवीर सिंह राजकुमार गोस्वामी जयप्रकाश बरनवाल रमाकांत गौड़ श्यामसुंदर तिवारी भैयालाल चौबे अमलदार विश्वकर्मा रहे।
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