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ईश्वर का पूजन अर्चन सदैव फलदायी होता है।:-महामंडलेश्वर स्वामी
गाजीपुर/उत्तर प्रदेश
ईश्वर का पूजन अर्चन सदैव फलदायी होता है।:-महामंडलेश्वर स्वामी

किरण नाई वरिष्ठ पत्रकार
गाजीपुर। प्रसिद्ध सिद्धपीठ हथियाराम के 26वें पीठाधिपति एवं जूना अखाड़ा के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी श्री भवानीनन्दन यति जी महाराज अपनी रामहित यात्रा के दौरान गुरुवार की शाम मनिहारी क्षेत्र के युसूफपुर गांव पहुंचे। वहां उपस्थित श्रद्धालु भक्तजनों ने जयघोष के साथ महाराज श्री का स्वागत वंदन किया। श्रद्धालु भक्तजनों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ईश्वर का पूजन अर्चन सदैव फलदायी होता है। अपने दिनचर्या में हमें कर्म के साथ धर्म से जुड़कर कार्य करना चाहिए। सिद्धपीठ की हरिहरात्मक पूजन के उपरांत शुक्रवार को प्रवचन करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी भवानी नन्दन यति ने कहा कि मानव जीवन बड़े भाग्य से प्राप्त होता है। जीवन का उपयोग हमें जीव कल्याणार्थ करना चाहिए। जीवन की सार्थकता को सिद्ध करते हुए इसे भगवत भजन और सत्कर्म में लगाएं, निश्चित रूप से कल्याण होगा। उन्होंने कहा कि व्यक्ति अपने सत्कर्मों के जरिये ही इस दुनिया में अमर रहता है। अपने जीवन काल में कुछ ऐसा कर जाएं, जिससे लोग आपको सदैव याद करें। उन्होंने कहा कि धर्म-कर्म और परमात्मा की आराधना करने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और नकारात्मक ऊर्जा निष्फल होती है। इसके बाद उन्होंने गांव के शिष्य समुदाय के लोगों को गुरु दीक्षा देकर दीक्षित किया। उन्होने कहा कि शिक्षा सम्पूर्ण जीवन ग्रहण की जाती है परन्तु दीक्षा जीवन में एक बार होती है।दीक्षा लेने के बाद उसका पालन अवश्य करना चाहिए। इस दौरान मठ से जुड़े स्वामी अभयानंद यति, वैदिक विद्यार्थी दीप, महेंद्र, लवटू प्रजापति,डा संतोष यादव, श्रवण जी के साथ साथ अशोक सिंह पप्पू, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, डा. सानन्द सिंह,डा राजेश सिंह, बृजभूषण दूबे,पंकज दूबे, राजेश जायसवाल,केडी द्विवेदी,अजय सिंह,राजन सिंह, राहुल यादव,अजय प्रताप सिंह, जगदीश सिंह, विपुल राय, सीता राम कुशवाहा, भुवनेश्वर, शैलेश सिंह, धर्मदेव दूवे,ओंकार यति,शीतला प्रसाद पाण्डेय सहित काफी संख्या में श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।