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आरपीएफ के 13 सुरक्षाकर्मी हो गए भगोड़ा, क्वारंटाइन कराने के बजाय चुपके से छोड़ा

( कृष्णा चौहान की रिपोर्ट, अल्पायु एक्सप्रेस )
मई बुधवार 13-5-2020
आरपीएफ के 13 सुरक्षाकर्मी हो गए भगोड़ा, क्वारंटाइन कराने के बजाय चुपके से छोड़ा
कोविड-19 के मामले में शामली आरपीएफ की लापरवाही का मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग ने निगेटिव आए जिन 13 सुरक्षाकर्मियों को होम क्वारंटाइन करने को कहा था, उन्हें चुपके से छोड़ दिया गया। उधर, रेलवे थाना प्रभारी ने स्वास्थ्य विभाग के निर्देशों के बारे में अनभिज्ञता जताई है। उन्होंने बताया कि इन सुरक्षाकर्मियों को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है।
बता दें कि शामली क्षेत्र का आरपीएफ का सिपाही चेन्नई में तैनात है। गृह जनपद में ड्यूटी करने के विभागीय आदेशों के मुताबिक, वह पिछले दिनों शामली आरपीएफ स्टेशन पर ड्यूटी कर रहा था। दो मई को अधिकारियों के आदेश पर वह ड्यूटी करने वापस चेन्नई लौट गया। वहां वह कोरोना संक्रमित पाया गया था।
इसके बाद यहां उसके संपर्क में आए शामली आरपीएफ समेत अन्य 13 जवानों की कोरोना जांच कराई गई, जो नेगेटिव आई थी। बताया जाता है कि स्वास्थ्य विभाग ने इन सुरक्षाकर्मियों को 14 दिन होम क्वारंटाइन करने को कहा था।
आरोप है कि शामली आरपीएफ थाना प्रभारी ने जवानों को क्वारंटाइन कराने के बजाय चुपके से छोड़ दिया। इसका पता चलने पर शामली सीएमओ संजय भटनागर ने आरपीएफ थाना प्रभारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सीएमओ का कहना है कि उक्त सभी 13 जवानों को होम क्वारंटाइन करने को कहा गया था लेकिन उन्हें क्वारंटाइन नहीं किया गया।
उधर, आरपीएफ थाना प्रभारी प्रांजल बोडा ने बताया कि जिन सुरक्षाकर्मियों की जांच हुई थी, उन्हें क्वारंटाइन किया गया था। चेन्नई से यहां आकर ड्यूटी कर रहे जवान से उनका कोई संपर्क नही रहा था। फिर भी उनकी जांच एहतियातन कराई थी, जो निगेटिव आई थी। सीएमओ ने उन्हें सुरक्षाकर्मियों को होम क्वारंटाइन करने के बारे में कोई निर्देश नहीं दिए थे।
प्रांजल बोडा के अनुसार, निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद सभी सुरक्षाकर्मियों को आरपीएफ अधिकारियों के आदेश पर दिल्ली में क्वारंटाइन कराना था। इससे पहले कि उन्हें क्वारंटाइन में दिल्ली भेजा जाता, वे लापता हो गए। आरपीएफ थाना प्रभारी ने बताया कि उक्त 13 जवानों को भगोड़ा घोषित किया गया है। इस बारे में अधिकारियों को सूचना दे दी है।