(कृष्णा चौहान की रिपोर्ट)
मई शनिवार 16-5-2020
अमृतसरः एयर इंडिया की फ्लाइट से दुबई में फंसे 177 भारतीय लौटे वतन, अब घर में रहेंगे क्वारंटीन
*अमृतसर:* कोरोना वायरस के कारण दुबई में फंसे 177 भारतीयों को लेकर एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान श्री गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंची। बुधवार देर रात अमृतसर हवाई अड्डे पहुंची इस उड़ान से आए सभी यात्रियों की डॉक्टरों की एक टीम ने जांच की। जांच के बाद सभी यात्रियों को उनको घरों में भेज दिया गया। सभी को निर्देश दिए गए कि वह 14 दिन घर में क्वारंटीन रहें। इससे से पहले डीसी शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने इस सभी यात्रियों को शहर के अलग-अलग होटलों में क्वारंटीन करने के आदेश दिए थे।
प्रशासन ने इन उन होटलों की सूची व तय रेट लिस्ट यात्रियों को सौंपने का फैसला किया था, ताकि वह अपने समर्थ के अनुसार होटल का चयन कर सकें। अंतिम समय सरकार ने यह आदेश बदल दिया। दूसरे शहरों व राज्यों के यात्रियों को उनके घर पहुंचाने के लिए प्रशासन ने पीआरटीसी बसों का इंतजाम किया था। बसों को सैनिटाइज करने के साथ-साथ बसों के ड्राइवरों का भी डॉक्टरी निरीक्षण हुआ।
श्री गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट में दुबई से पहुंचे यात्रियों में अमृतसर के 36, बरनाला का 1, बठिंडा के 3, फरीदकोट का 1, फिरोजपुर के 2, गुरदासपुर के 11, होशियारपुर के 23, जालंधर के 30, कपूरथला के 14, लुधियाना के 14, मनसा का 1, मोगा के 4, पठानकोट से 3, पटियाला का 1, फगवाड़ा के 4, राजपुरा का 1, शहीद ऊधम सिंह नगर के 6, तरनतारन के 15, हिमाचल के चावड़ी का 1, हमीरपुर का 1, कांगड़ा के 3, दिल्ली का 1 और अंबाला का एक यात्री शामिल है।
एयरपोर्ट के डायरेक्टर मनोज चंसोरिया ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन करते हुए इन श्रद्धालुओं की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है। यात्री जब टर्मिनल में पहुंचे उनको सैनिटाइज किया गया। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। अपने बेटे को हवाई अड्डे में लेने के लिए आए सुदीप गर्ग ने कहा कि वह दूर से ही बेटे का अभिवादन कर पाए हैं। नियमों के अनुसार वह बस में ही घर आएगा। घर में उसके लिए अलग व्यवस्था कर दी गई है।
ब्रिटिश एयरवेज से 306 यात्री लंदन रवाना हुए
इस बीच ब्रिटिश एयरवेज की एक विशेष उड़ान से 306 ब्रिटिश नागरिक श्री गुरु राम दास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे के लिए रवाना हो गए। इंग्लैंड की सरकार ने पंजाब व उसके आसपास के राज्यों में फंसे ब्रिटिश नागरिकों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए विशेष उड़ानों का प्रबंध किया था।